जैसे किसी मतवाले हाथी (गजराज) को एक छोटा सा अंकुश (महावत द्वारा छेदने वाला त्रिशूल सा)
5.
हिन्दी में भावार्थ-गुणों में दोष देखने वाला, दूसरे के मर्म को छेदने वाला, निर्दयी, शत्रुता का व्यवहार रखने वाला और शठ मनुष्य शीघ्र ही अपने आचरण के कारण महान कष्ट को प्राप्त होता है।